बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर 6 पेपर 1 अंकेक्षण बीकाम सेमेस्टर 6 पेपर 1 अंकेक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर 6 पेपर 1 अंकेक्षण
अध्याय 1 - कौटिल्य के अर्थशास्त्र में लेखांकन, लेखक्षण तथा कपट (धोखाधड़ी) जोख़िम प्रबंधन की कार्य पद्धति
(Methodology of Accounting, Auditing and Fraud Risk Management in Kautilya's Arthashastra)
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार विकल्प दिए गए हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प चुनिए।
1. लेखांकन विज्ञान की आवश्यकता अनुमान को गई
(a) प्राचीन समय में
(b) आधुनिक समय में
(c) इंडस और औद्योगिक क्रांति के समय में
(d) भारत में हरित क्रांति के समय में
2. लेखांकन विज्ञान अवलोकन करता है
(a) सम्पत्ति का
(b) वित्तीय और पूंजी का
(c) ऋण का
(d) उपरोक्त सभी
3. 'अर्थशास्त्र' कितना पुराना है ?
(a) 1500 वर्ष
(b) 2500 वर्ष
(c) 3000 वर्ष
(d) 5000 वर्ष
4. 'अर्थशास्त्र' के लेखक हैं -
(a) कौटिल्य
(b) अरस्तू
(c) सुखरत
(d) डॉ. भीमराव अंबेडकर
5. कौटिल्य किसके शासक में प्रधानंत्री थे ?
(a) चन्द्रगुप्त मौर्य
(b) सम्राट अशोक
(c) शाहजहां
(d) विक्रमादित्य
6. कौटिल्य के अर्थशास्त्र में यह खोजा गया कि प्राचीन भारत में ........... में तिवज्जो पहले विज्ञान था।
(a) चौथी शाताबदी ई.स.
(b) पांचवीं शाताबदी ई.स.
(c) सातवीं शाताबदी ई.स.
(d) छठी शाताबदी ई.स.
7. लेखांकन में कौटिल्य के योगदान को इन्हें से किस रूप में बोला जा सकता है ?
(a) लेखकों की सिद्धांतों का विकास
(b) लेखकों, संगठनों के डिजाईन एवं नीति-निरूपण
(c) वित्तीय नियमों एवं वित्तीय विधि का
(d) उपार्जन सभी
8. कौटिल्य के किसके माध्यम से विशेषज्ञता की ?
(a) अवकारा
(b) निजी संपत्ति सम्बंधी अधिकारों की पूर्ण सुरक्षा
(c) रियायती ऋण
(d) उपरोक्त सभी
9. कौटिल्य के अर्थशास्त्र में जोर दिया गया है -
(a) धोखाधड़ी पर प्रतिबंध लगाने पर
(b) धोखाधड़ी का पता लगाने पर
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
10. कौटिल्य ने गणन के ...... तरीके इंगित किए।
(a) 20
(b) 40
(c) 50
(d) 56
11. कौटिल्य के अनुसार प्राथमिकताएँ हो सकती हैं -
(a) चालू (वर्तमान)
(b) पूर्वतः शेष
(c) आर्थिक
(d) उपरोक्त सभी
12. कौटिल्य के अनुसार व्यय होते हैं -
(a) दैनिक व्यय
(b) लाभदायक व्यय
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
13. सत्य कहें तो -
(a) वित्तीय से कनिष्ठ लेखाकारों की सोपानिक संज्ञान प्रणाली राजा के खजाने संबंधी कार्य में होती है।
(b) लेखाकार निर्दिष्ट मानकों के आधार पर खाता पुस्तकों को रखते हैं।
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
14. प्राचीन समय में कौटिल्य की अर्थशास्त्र विधि क्या थी ?
(a) सत्य निरूपण
(b) आचारधारक लेखवृत्तियाँ
(c) सत्यापन तथा प्रमाण
(d) उपरोक्त सभी
15. कौटिल्य ने जीवन-पुस्ताल को आवश्यकता बताई थी -
(a) दैनिक
(b) पांच ऋण
(c) पचवारा
(d) उपरोक्त सभी
16. SFM का पूर्ण रूप है -
(a) Strategic Financial Management
(b) Systematic Financial Management
(c) Strategic Foreign Management
(d) इनमें से कोई नहीं
17. सत्य कहें तो -
(a) निर्णय की सभी वस्तु व्यापार है
(b) कौटिल्य ने शुल्क मुक्त आयातों की बात कही है
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
18. अर्थशास्त्र का उपयोग किया गया है -
(a) दूसरे लेखकों सिद्धांत का
(b) इतर लेखकों सिद्धांत का
(c) अन्य लेखकों सिद्धांत का
(d) इनमें से कोई नहीं
19. 'अर्थशास्त्र' का मूल उद्देश्य का प्रमुख प्रयोजन था -
(a) राज्य के शासन कला एवं प्रशासन पर शास्त्रों को एक पाट्य-पुस्तक के रूप में सुविधा देना
(b) प्रचार करना
(c) लोगों को अर्थशास्त्र की शिक्षा देना
(d) व्यावसायिक बोर्ड स्थापित करना
20. कौटिल्य ने आर्थिक उपक्रमों में लेखकों विधियों के महत्व को .... में माना दी -
(a) चौथी शाताबदी ई.स.
(b) पांचवीं शाताबदी ई.स.
(c) छठी शाताबदी ई.स.
(d) सातवीं शाताबदी ई.स.
21. लेखाकार वित्तीय एवं निर्धारित किया गया था -
(a) जुड़ी, जून अवधि
(b) फर्जरी से जनवरी की अवधि
(c) दस्तावेज से नवम्बर की अवधि
(d) अन्य से मार्च की अवधि
22. निजी क्षेत्र में पूंजी निर्धारण को बढ़ावा देने के लिए, कौटिल्य द्वारा इनमें से किस नीति का सुझाव दिया गया ?
(a) कर अवकार
(b) रियायती ऋण
(c) निजी संपत्ति के अधिकार को पूर्ण संरक्षण
(d) उपरोक्त सभी
23. लेखांकन में कौटिल्य के योगदान को ...... शक्तियों के अधीन वर्गीकृत किया जा सकता है।
(a) दो
(b) चार
(c) पांच
(d) सात
24. व्यक्ति द्वारा जीवन के ...... लक्ष्यों जैसे धर्म या दान, धर्म एवं इल्ला का समान रूप से उपयोग किया जा सकता है, ये सभी एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं।
(a) तीन
(b) चार
(c) पांच
(d) छः
25. लाभ/आय संकलन में पांच प्रमुख (प्रेरक) में शामिल है -
(a) लोककल्याण
(b) सामाजिक कार्य और कर्मचारियों
(c) उपरोक्त सभी
(d) इनमें से कोई नहीं
26. लाभ आंवटन में शुद्ध है शामिल है -
(a) स्वामित्व को लाभांश का वितरण
(b) उच्च वेतन और सुविधाएं
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
27. कौटिल्य का अर्थशास्त्र समीक्षी करता है -
(a) लेखांकन, विज्ञान और मानव
(b) लेखाकार एवं अंकगणकों की भूमिका तथा उत्तरदायित्व
(c) लेखाकार की विविध
(d) उपरोक्त सभी
28. सत्य कहें तो -
(a) कौटिल्य ने आर्थिक मुद्दों में विधि को धन के महत्व तथा धन सूजन की नीतियों को आधारक समझाया
(b) कराधान के माध्यम से राज्य की संपत्ति को बढ़ाया जा सकता है
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
29. कौटिल्य का अर्थशास्त्र समाहित करता है -
(a) अवलोकन एवं कपट जोखिम प्रवृत्त
(b) तिव्तीय गतिविधियों के प्रारंभ में नीतिशास्त्र की भूमिका
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
30. कौटिल्य ने जातियों को बताया है -
(a) चालू प्राथमिकता
(b) पूर्वला शेष
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
31. कौटिल्य ने ...... प्रकार के व्यय बताए हैं।
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पांच
32. व्यय का प्रकार है -
(a) दैनिक व्यय
(b) लाभ हेतु व्यय
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
33. आय एवं व्यय के बीच का अंतर बताया गया है -
(a) शुद्ध शेष
(b) सकल शेष
(c) सकल आय
(d) शुद्ध हानि
34. कौटिल्य ने लेखाकारों एवं अंकगणकों के लिए सिफारिश की है -
(a) उच्च वेतन की
(b) सामान्य वेतन की
(c) बहुत कम वेतन की
(d) अवैतनिक
35. सत्य कहें तो -
(a) कौटिल्य ने जिस लेखांकन सिद्धांत को निर्धारित किया उसमें पूस्तपालन, वित्तीय व्यवस्था की तैयारी, लेखांकन एवं कपट जोखिम-प्रवृत्ति शामिल थी।
(b) कौटिल्य ने लेखांकन को अर्थशास्त्र का एकीकृत भाग माना है।
(c) (a) और (b) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
36. ...... को कौटिल्य द्वारा लिखित माना जाता है।
(a) अर्थशास्त्र
(b) रामायण
(c) महाभारत
(d) सामवेद
37. ....... ने कहा कि अच्छा शासन तथा वित्तीय स्थिरता साध-साध चलते हैं।
(a) कौटिल्य
(b) महात्मा गांधी
(c) डॉ. अंबेडकर
(d) चंद्रगुप्त मौर्य
37. सत्य कहें तो -
(a) मनुष्यता एवं अर्थशास्त्र की अवधारणा ने वित्तीय सामूहिकता तथा स्थायी विकास के बारे में बताया
(b) 'अर्थशास्त्र' को बहुसंख्य 'लोकतांत्रिक विज्ञान' के रूप में माना जाता है, लेकिन लेखांकन पुस्तकों का कार्य क्षेत्र संकुचित है।
(c) कौटिल्य ने आर्थिक उपक्रमों में लेखांकन विधियों के महत्व को माना दिया।
(d) कौटिल्य के विषय थे कि न्यायिक व्यक्ति के निजी मूल्यों के प्रतिबद्धता को तथा नीति-नैतिक मूल्यों की शिक्षा बचपन से शुरू होनी चाहिए।
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